विश्व योग दिवस के अवसर पर देश के लोकप्रिय समाचार पत्र “पत्रिका” में मेरे इंटरव्यू पर आधारित इस कवरेज को देखकर गौरवांवित अनुभव कर रहा हूँ । जन्म भूमि के लिये निरन्तर कार्य को जब सराहना मिलती है तो मन बेहद प्रसन्नता का अनुभव करता है । -: योग गुरु डॉ.मिलिन्द्र त्रिपाठी